Sunday, August 16, 2020

श्रद्धेय स्व अटल बिहारी वाजपेई जी !


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हार नहीं मानूँगा,
रार नहीं ठानूँगा,
काल के कपाल पर लिखता मिटाता हूँ।
गीत नया गाता हूँ।
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भारत रत्न स्व अटल बिहारी वाजपेई जी के द्वितीय पुण्यतिथि पर नमन 🌼
ये वो राजनेता थे जिन्होंने राजनीति के प्रति मुझे (हमारी पीढ़ी कहना गलत नहीं होना चाहिए ! )  संवेदनशील बनाया । 14-15 साल के लड़के की अख़बार के पहले पन्ने में दिलचस्पी जगाई । एक ठहराव के साथ भाषण की अपनी खास हस्ताक्षरित शैली ने एक दीवानगी पैदा की थी । पोखरण परमाणु परीक्षण, कारगिल विजय जैसे इवेंट्स ने सिर्फ राजनीति ही नहीं देश के प्रति भी संवेदनशील बनाया । एक राजनेता जो विपक्ष नहीं प्रतिपक्ष चाहते थे । 
इस महान राजनेता, युगपुरुष को एक बार फिर से नमन 🙏

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एक नहीं दो नहीं करो बीसों समझौते,
पर स्वतन्त्र भारत का निश्चय नहीं रुकेगा ।
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सरकारें आएंगी जाएंगी, पार्टियां बनेंगी, बिगड़ेंगी 
मगर ये देश रहना चाहिए, इस देश का लोकतंत्र अमर रहना चाहिए ..........


#AtalBihariVajpayee   
#अटल 
#पुण्यतिथि 

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